सादाबाद। नगर की सुनीता एन्क्लेव कॉलोनी में चल रही श्रीमदभागवत कथा में मंगलवार को कथा व्यास साध्वी उमाकिशोरी जी ने गोवर्धन पूजा के प्रसंग का वर्णन किया। इस प्रसंग को सुनकर पूरा पांडाल गोवर्धन महाराज के जयकारों से गुंजायमान हो गया। कथा व्यास साध्वी उमाकिशोरी जी ने प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने अपनी लीलाओं से जहां कंस के भेजे विभिन्न राक्षसों का संहार किया, वहीं ब्रज के लोगों को आनंद प्रदान किया। कथा के दौरान भगवान गिरिराज पर्वत को उठाते हुए सुंदर झांकी सजाई गई। इस दौरान भजनों पर श्रद्धालु देर तक नाचते रहे। प्रसंग में बताया गया कि इंद्र को अपनी सत्ता और शक्ति पर घमंड हो गया था। उसका गर्व दूर करने के लिए भगवान ने ब्रज मंडल में इंद्र की पूजा बंद कर गोवर्धन की पूजा शुरू करा दी। इससे गुस्साए इंद्र ने ब्रज मंडल पर भारी बरसात कराई। प्रलय से लोगों को बचाने के लिए भगवान ने कनिष्ठा उंगली पर गोवर्धन पर्वत को उठा लिया। सात दिनों के बाद इंद्र को अपनी भूल का एहसास हुआ। इस मौके पर गोवर्धन लीला की झांकी भी सजाई गई। कथा के दौरान गोवर्धन पूजन का उत्सव उल्लास के साथ मनाया गया। मौके पर काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे।