सर्वाथ सिद्धि योग, हस्त नक्षत्र-गर करण में आज मनेगा गंगा दशहरा – ज्योतिषाचार्य पंडित योगेश शरण शास्त्री

सादाबाद। गंगा दशहरा की शुरूआत चार जून को रात 11.53 बजे से होगी। यह तिथि पांच जून को रात 2.12 बजे समाप्त होगी। उदया तिथि के अनुसार इस बार गंगा दशहरा का पर्व पांच जून को मनाया जाएगा।
ज्योतिषाचार्य पंडित योगेश शरण शास्त्री ने बताया कि गंगा दशहरा इस बार कई शुभ योगों का निर्माण कर रहा है। इस वर्ष सर्वार्थ सिद्धि योग, हस्त नक्षत्र, सिद्ध योग के साथ गर करण का संयोग शुभ है। ब्रह्म पुराण व वाराह पुराण के अनुसार ज्येष्ठ माह के दशमी तिथि को हस्त नक्षत्र में गंगा धरती पर अवर्तीण हुई थीं। गंगा दशहरा के दिन स्नान हमेशा शुभ समय में करना चाहिए। इससे दोगुना फल प्राप्त होता है। पचांग के अनुसार गंगा दशहरा के दिन स्नान का शुभ मुर्हुत प्रातःकाल सुबह चार बजे से सात बजे तक रहेगा। इस दिन गंगा स्नान का विशेष महत्व है। शास्त्रों के अनुसार गंगा दशहरा पर गंगा में स्नान करने से व्यक्ति को दस पापों से मुक्ति मिलती है। इस 10 पापों में अहंकार, क्रोध, चोरी, व्यभिचार, झूठ, द्वेष, ब्रह्म हत्या, गो हत्या, मदिरापान और श्वान हत्या शामिल है। इस दिन गंगा-स्तोत्रादि का पाठ करना चाहिए। तामसिक भोजन करने से बचना चाहिए। देवी देवाताओं के साथ ही पितरों का भी आशीर्वाद मिले, इसके लिए दक्षिण दिशा में चौमुखा दीपक जलाना चाहिए। राम रक्षा स्त्रोत, श्री सूक्त का पाठ करना चाहिए।
– पवित्र नदियों में करें स्नान
गंगा स्नान के अलावा पूजा, जप, तप और दान का विशेष महत्व है। यदि कोई व्यक्ति गंगा स्नान में असमर्थ है तो वह किसी अन्य पवित्र नदी में स्नान कर सकता है। संभव न हो तो अपने घर में स्नान के पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें।

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