नवाचार से बढ़ते हैं रचनात्मकता और समस्या-समाधान कौशल

सादाबाद। अभयपुरा स्थित नारायण इंटरनेशनल स्कूल में गुरुवार क़ो इन्नोवाटिव पेड़ागोगिकल प्रैक्टिसेज एंड एक्सपीरिशियल लर्निंग आउटकम, विषय पर फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यशाला (स्कूल इन्नोवेशन कौंसिल), अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद और मिनिस्ट्री ऑफ़ एजूकेशन एंड इनोवेशन सेल, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित हुई। एक्सपर्ट पेंनल में लखनऊ से डॉ. मोनिका चोपड़ा, मनोज कुमार चौहान नॉएडा, डॉ पीके सिंह, दिल्ली से आये चेयरमैन प्रोफेसर हरीश चौधरी व प्रधानाचार्या डा. नीतू सिंह ने सभी अतिथियों का साफा बांधकर एवं प्रतीक चिन्ह भेंट कर स्वागत किया। डॉ. मोनिका चोपड़ा (पियर्सन इंडिया ) ने सेशन में बताया कि नवाचार शैक्षणिक एक ऐसा दृष्टिकोण है जिसमें शिक्षक नए और रचनात्मक तरीकों से छात्रों को सीखने में मदद कर सकते है। इसका उद्देश्य छात्रों को सक्रिय रूप से सीखने में शामिल करना, उनकी रचनात्मकता और समस्या-समाधान कौशल को बढ़ावा देना, और उन्हें भविष्य के लिए तैयार करने की कला सिखाता है। मनोज चौहान ने बताया कि नवाचारी शैक्षणिक का उद्देश्य छात्रों को 21 वीं सदी के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान करना है। प्रोफेसर हरीश चौधरी ने सत्र में एक्सपीरियल लर्निंग आउटकम के बारे में शिक्षकों क़ो बताया कि एक्सपीरियल आउटकम वास्तविक अनुभवों के माध्यम से ज्ञान, कौशल और दृष्टिकोण प्राप्त करने का अवसर प्रदान करता है। प्रधानाचार्य डॉक्टर नीतू सिंह ने सभी आगुन्तको व शिक्षकों क़ो धन्यवाद दिया और कहा कि ऐसी फैकेल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम से शिक्षक नई विधियों के बारे में जानते हैं और समय के साथ अपडेट रहते हैं। इस अवसर पर एडमिन ऑफिसर अभिषेक सारस्वत करिश्मा सिन्हा, इंजीनियर सनी गुप्ता, लोकेश कुमार, भगवान सिंह, ममता दीक्षित, मधु आदि उपस्थित रहे।

error: Content is protected !!