जलनिगम से अमृत कार्य हटाने को बोर्ड में प्रस्ताव लाने को पालिकाध्यक्ष एवँ ईओ को सौपा पत्र
हाथरस। शहर के बदत्तर हालातों के लिए दोषी जलनिगम अधिकारियों के खिलाफ सभासदों ने आरपार की जंग का आज ऐलान कर दिया। पालिकाध्यक्ष को पत्र सौपकर जलनिगम की कार्यप्रणाली के खिलाफ प्रस्ताव लाने को दो टूक कहा। सभासद अब किसी भी कीमत पर जलनिगम अधिकारियों को कैसी भी राहत देने के मूड में नही है। जरूरत पड़ने पर जनता के साथ धरना प्रदर्शन से भी पीछे नही हटेंगे। सभासदों ने जलनिगम अधिकारियों पर मानकों को दरकिनार कर लापरवाही से कार्य करने एवँ भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाये। पालिकाध्यक्ष को पत्र सौपने के बाद सभासदों ने नगरपालिका पहुँचकर अधिशासी अधिकारी को भी पत्र सौपा। सभासद दल ने कार्यदायी संस्था जल निगम से अबिलम्ब कार्य हटाने एवँ शेष बचे कार्य का आगड़क तैयार कर शासन को भेजकर अन्य किसी संस्था से कार्य कराने की मांग की। पालिकाध्यक्ष ने इसी सप्ताह बोर्ड बैठक बुलाने के लिये ईओ को आदेशित किया है।
सभासद दल के अध्यक्ष प्रदीप शर्मा के नेतृत्व में वार्ड 23 के सभासद प्रतिनिधि आशीष सेंगर को साथ लेकर सभासद दल के साथियों के संग पालिकाध्यक्ष अशीष शर्मा से मुलाकात की और पत्र सौपा। पत्र में कहा कि अम्रत योजनांतर्गत शहर में डाली जा रही पेयजल पाइप लाइन में कार्यदायी संस्था जल निगम द्वारा घोर लापरवाही की जा रही है पाइप लाइन डालते में कोई मानक तय नही किया गया है। कहीं 2 फुट गहराई में पाइप लाइन डाली गई है तो कहीं 3 फुट पर पाइप लाइन डाल दी गई है।पाइप लाइन डालने में एक पाइप से दूसरे पाइप को जोड़ने में जोइंटर का प्रयोग नही किया गया। सीधे तौर पर दो समान मोटाई की पाइप को गर्म कर जोड़ दिया गया है। पाइप लाइन डालने में क्षतिग्रस्त की गई अधिकतर गलियों को ठीक नही किया गया है। जिन गलियों को ठीक किया गया है वहाँ भी टूटी फूटी इंटरलॉकिंग के साथ ऊंची नीची इंटरलॉकिंग लगाकर इतिश्री कर ली गई है। पाइप लाइन डालने के बाद घरों में कनेक्शन नही दिये जा रहे है। पहले जिन गलियों में कुछ कनेक्शन दिये गये है उन घरों में टोटियों में पीतल की जगह मसाले की टोटियां लगाई गई है जिन पर पीतल के पानी चढ़ा हुआ है। जिसे वार्ड 26 के सभासद पवन गुप्ता ने स्वयं पकड़ा है। जलनिगम द्वारा एक निर्धारित समय सीमा में कार्य पूर्ण करना था लेकिन उक्त समय सीमा में कार्यपूर्ण नही किया गया है।
सभासदों का कहना है कि वार्डो में अधिकतर क्षतिग्रस्त गलियां स्थानीय निवासियों के लिये परेशानी बनी हुई है वहीँ डाली गई पाइप लाइन से हो रही लीकेज शहर वासियों के लिये काफी खतरनाक है। बीच शहर के मकान वर्षों पुराने है इस बीच लीकेज अन्दर ही अन्दर खतरनाक होती जा रही है। मकान गिर सकते है तथा कभी भी बड़ा एवँ गंभीर हादसा हो सकता है। विभिन्न वार्डो की सड़कों की हालत खराब है। जल निगम की लापरवाह कार्यप्रणाली से शहर के सुंदर एवँ स्वच्छ बनाने के पालिका बोर्ड के प्रयासों को भी पलीता लगा रहा है।
उक्त का ध्यान रखते हुये हम सभी सभासद आपसे मांग करते है कि एक सप्ताह में बोर्ड की बैठक बुलाकर ऐसी घोर लापरवाह कार्यदायी संस्था से अविलम्ब कार्य हटाया जाये । शेष बचे कार्य का आगड़क तैयार करके किसी अन्य संस्था को कार्य पूर्ण करने हेतु शासन से मांग की जाये। जिससे शहर के विकास हेतु माननीय मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के मंशानुरूप कार्य हो सके एवँ शहर वासियों हेतु एक सुंदर एवँ स्वच्छ शहर बनाने का बोर्ड का संकल्प पूर्ण हो सके।
इस अवसर पर प्रमोद शर्मा , वीरेंद्र माहौर , श्री भगवान वर्मा , ,नारायण लाल , हरप्रसाद माहौर , दुर्गेश वर्मा , पवन गुप्ता ,निशांत उपाध्याय ,राजेन्द्र गोयल ,हिमान्शु मिश्र ,आदि सभासद मौजूद रहे।