साक्षरता दिवस मनाने का उदेश्य समाज में शिक्षा के प्रति लोगों की रूचि को बढ़ावा देना

हाथरस । युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार की इकाई नेहरू युवा केन्द्र हाथरस के तत्वाधान में जिला युवा अधिकारी सुश्री दिव्या शर्मा के निर्देशन में विश्व साक्षरता दिवस का आयोजन विकास खण्ड-सहपऊ के गांव गढ़ी अहवरन में राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक संतोष कुमार द्वारा किया गया। यूनेस्को ने इस वर्ष अंर्तराष्ट्रीय साक्षरता दिवस की थीम ‘‘मानव केद्रिंत पुर्नः प्राप्ति के लिए साक्षरता डिजिटल विभाजन को कम करना है’’।
राष्ट्रीय युवा स्वयं सेवक संतोष कुमार ने बताया कि पूरे विश्व में साक्षरता दिवस 8 सितम्बर को मनाया जाता है। पहला अंर्तराष्ट्रीय साक्षरता दिवस साल 1966 में मनाया गया था। विश्व शिक्षा के महत्व को दर्शाने और निरक्षरता को समाप्त करने के उद्देश्य से प्रत्येक साल 8 सितम्बर को विश्व साक्षरता दिवस मनाया जाता है। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य समाज में शिक्षा के प्रति लोगों की रूचि को बढ़ावा देना है। इस दिन शिक्षा और उसकी भूमिका के प्रति लोगों को जागरूक किया जाता है कि कैसे यह व्यक्ति, समुदाय और समाज को लाभान्वित कर सकता है, यह दिवस बदलती शिक्षा के दौर में शिक्षकों की भूमिका को सबसे आगे लाने की कोशिश करता है। इस क्रम में नेहरू युवा मण्डल के अध्यक्ष संतोष कुमार ने अपने युवा मण्डल के साथियों के साथ मिलकर अपने गांव में साक्षरता अभियान चलाया जिसमें 50 से अधिक व्यक्तियों के घर-घर जाकर उनका नाम लिखना सिखाया एवं यह प्रण लिया कि अपने गांव की साक्षरता को शत-प्रतिशत करने का पूर्ण प्रयास करगे।
इस साक्षरता अभियान में नेहरू युवा मण्डल के सदस्यों में आदित्य कुमार, राघव, अनूप सिसौदिया, प्रतीक, रघुवंश आदि ने बढ-चढ़कर हिस्सा लिया।

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