मिशन प्रेरणा से संवरेगी बेसिक शिक्षा की तस्वीर -मण्डलायुक्त

मण्डलायुक्त की अध्यक्षता में मिशन प्रेरणा की मण्डलीय बैठक सम्पन्न

अलीगढ़। मण्डलायुक्त जी.एस. प्रियदर्शी की अध्यक्षता में कमिश्नरी कार्यालय कक्ष में ’’मिशन प्रेरणा’’ के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये मण्डलीय टास्क फोर्स समिति बैठक का आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि मिशन प्रेरणा के सफल क्रियान्वयन से शिक्षा के स्तर मंे बदलाव ही नहीं आएगा, बल्कि इससे बेसिक शिक्षा की तकदीर एवं तस्वीर संवरेगी। यदि शुरूआती स्तर पर ही बच्चों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध हो जाए तो माध्यमिक व उच्च स्तर की शिक्षा में किसी प्रकार की कठिनाई नहीं होगी।
मण्डलायुक्त ने बिना तैयारी के समीक्षा में पहुॅचे सहायक शिक्षा निदेशक बेसिक शिक्षा डा0 पूरन सिंह को फटकार लगाते हुए भविष्य में पूर्ण तैयारी के साथ बैठक में उपस्थित रहने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अधिकारियों को शासकीय दायित्वों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए। शिक्षा विभाग के अधिकारियों को चाहिए कि बच्चों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए निर्गत शासनादेशों का गहनता से अध्ययन कर अनुपालन किया जाए। मण्डलायुक्त द्वारा बेसिक शिक्षा से जुड़े विभिन्न प्रकार के सवालों पर एडी बेसिक पूरन सिंह बगलें झांकते नजर आये, जिस पर मण्डलायुक्त ने कहा कि यह उनकी प्रथम बैठक है, मा0 मुख्यमंत्री जी के प्राथमिकता एवं महत्वाकांक्षी ’’मिशन प्रेरणा’’ में पलीता लगाने का कार्य न करें बल्कि धरातल पर व्यक्तिगत रूचि के साथ कार्य करें।
मण्डलायुक्त ने निर्देश दिये कि नगरीय प्राथमिक विद्यालयों में पाइप पेयजल योजना में कनेक्शन लिये जाएं। किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिये निष्प्रयोज्य, गिरासू एवं जर्जर विद्यालयों को परिसर से हटाया जाए। उन्होंने जिलाधिकारी ने नीति निर्धारण कराते हुए कनवर्जन कास्ट की धनराशि तीन दिनों के भीतर सम्बन्धित के खाते में स्थानान्तरित करने के निर्देश दिये। कायाकल्प योजना के अन्तर्गत विद्यालयों में कराये गये कार्यों का विस्तृत ब्यौरा एवं ऐसे विद्यालय जहां अभी तक कायाकल्प नहीं कराया गया है, को सूचीबद्ध कर विद्यालयों का कायाकल्प किया जाए एवं डीएम के माध्यम से ब्लाॅक स्तरीय समिति तैयार कर बीडीओ एवं बीएसए के संयुक्त हस्ताक्षर से रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। बरसात का मौसम निकट है और मण्डल में ऐसे बहुत से विद्यालय हांेगे जहां परिसर में जलभराव होता होगा, ऐसे विद्यालयों में जल निकासी के लिये ड्रेनेज सिस्टम के साथ ही पहुॅच मार्ग दुरूस्त होना चाहिए। कस्तूरबा गाॅधी विद्यालयों में बुनियादी सेवाओं को दुरूस्त रखने के साथ ही विद्यालय, आंगनबाड़ी, स्वास्थ्य संगठन आदि के 3-3 फोटोग्राफ्स उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में बच्चों का शत-प्रतिशत परीक्षण कराने एवं कम्प्यूटर टीचर से भारत नैट की मदद से शैक्षणिक उन्नयन के लिये साफ्टवेयर तैयार कराया जाए।
एडी बेसिक पूरन सिंह ने बताया कि निष्ठा कार्यक्रम के अन्तर्गत 10,570 शिक्षकों को प्रशिक्षित किया गया, मानव सम्पदा पोर्टल पर कार्मिकों की सेवा पुस्तिकाओं का सत्यापन कार्य प्रगति पर है, प्रेरणा समीक्षा माॅड्यूल के अन्तर्गत 5500 विद्यालयों का निरीक्षण किया गया, मण्डल के कुल 7374 विद्यालयों में पुस्तकालय की स्थापना एवं स्र्पोट्स मद में धनराशि अन्तरित की गयी। एक ही परिसर में संचालित विद्यालयों का संविलियन करते हुए 971 विद्यालय संविलियत किये गये। उन्होंने बताया कि मण्डल में कुल 672 अंग्रेजी माध्यम के परिषदीय विद्यालय संचालित किये जा रहे हैं।
बैठक में एडी हैल्थ डा. वी.के. सिंह, आरएफसी अशोक कुमार पाल, उप निदेशक पंचायत एस.के. सिंह, उप शिक्षा निदेशक नरेन्द्र प्रताप सोलंकी, उप निदेशक दिव्यांगजन सशक्तीकरण राकेश कुमार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।

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