आंधियों का कोई रूप बदल सकता है तो वह साहित्यकार है- चंद्रगुप्त विक्रमादित्य
सोखना में श्री नीलकंठ महादेव के 69 वे मेले की पूर्व संध्या पर कवि सम्मेलन का आयोजन हास्य कवि पंडित हाथरसी के संयोजन में एवं आशु कवि अनिल बोहरे के संचालन में हुआ कार्यक्रम में मुख्य अतिथि ब्रज कला केंद्र के अध्यक्ष चंद्रगुप्त विक्रमादित्य ने कहा कि साहित्य व शक्ति है जो सच का आईना दिखाने का काम करती है और यदि कोई आंधियों का रुख बदल सकता है तो वह साहित्यकार है जो अपने साहित्य से यह संभव कर सकता है और आज पंडित हाथरसी ने अपने गांव में बहुत ही अभूतपूर्व कवि सम्मेलन का आयोजन किया है ऐसे कुशल हास्य के कवि साहित्यकार पंडित हाथरसी को राष्ट्रीय संगठन मंत्री आशु कवि अनिल बोहरे के परामर्श के उपरांत ब्रज कला केंद्र का मैडू क्षेत्र का प्रभारी घोषित किया कार्यक्रम में कवियत्री मनु दीक्षित ने ओज कविताओं से सभी को राष्ट्रीयता के लिए उत्साहित किया सादाबाद से पधारी मंजू शर्मा ने अपने गीतों से आनंदित किया डॉक्टर उपेंद्र झा ने अपने गीतों की झड़ी लगाकर जनता प्रफुल्लित करने का कार्य किया बालकवि ध्रुव पंडित ने ओज की रचनाएं सुनाई तो हास्य कवि सुखप्रीत सिंह सुखी (शाहजहांपुर) ने जनता को हंसा हंसा कर लोटपोट कर दिया तथा प्रतापगढ़ से आए आये आशुतोष ओझा ने श्रृंगार की रचनाएं प्रस्तुत की कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉक्टर ओम प्रकाश ने की विशिष्ट अतिथि राघवेंद्र सिंह तोमर, सचिन वर्मा, हर्षवर्धन थे कार्यक्रम के परामर्शदाता विजय सारस्वत रहे और व्यवस्थापक प्रवेश शर्मा ने व्यवस्था को भली-भांति संभाला इस मौके पर मेला अध्यक्ष भगवान सहाय फौजी साहब,तरुण पहलवान,योगेंद्र सारस्वत सहसंयोजक गोपीचंद पौरुष,कोमल सिंह,कालीचरण सिंह,रामगोपाल, क्षितिज सारस्वत,कल्याण, अमरेंद्र पौरुष,जितेंद्र आदि सैकड़ो ग्रामीण कार्यक्रम के साक्षी बने और देर रात तक रात्रि मेला प्रांगण ठाहाको और तालियो से गुजयमान रहा