मेला श्री दाऊजी महाराज में आयोजित शिक्षक सम्मेलन में टीईटी के विरोध के बीच बीएसए ने भरा सकारात्मक सोच का जोश

जिनेन्द्र जैन
हाथरस। मेला श्री दाऊजी महाराज में शिक्षक सम्मेलन का आयोजन शिक्षक नेता सुरेश शर्मा के संयोजन में किया गया। शिक्षक सम्मेलन में शिक्षकों ने सेवारत शिक्षकों को टीईटी परीक्षा की अनिवार्यता का विरोध जताया। बीएसए स्वाति भारती ने अपने बेहतरीन सम्बोधन में शिक्षकों को उनके शिक्षक होने का गौरव महसूस कराया, वहीं सकारात्मक सोच का जोश सभी में भरा। कार्यक्रम में संगठन के संयोजक सुरेश कुमार शर्मा ने नियुक्ति के संबंध में बताया कि किसी भी शिक्षक या किसी भी कार्मिक की नियुक्ति उसकी शैक्षणिक योग्यता और अहर्ता के आधार पर होती है। वर्षाे से कार्यरत शिक्षकों को सर्वाेच्च न्यायालय द्वारा टीईटी परीक्षा की अनिवार्यता और बाध्यता गलत बताया। कहा कि यदि सरकार जबरन शिक्षकों पर टीईटी को थोपा गया तो संगठन के लाखों लोग सड़कों पर आने पर विवश होंगे। माहौल को बदलते हुए बीएसए स्वाति भारती ने शेर ओ शायरी व कविताओं के सहारे शिक्षकों को सकारात्मक सोच रखने का संदेश दिया। शिक्षकों में जोश भरते हुए उन्होंने कहा कि वह अपने आप को गौरवांवित महसूस करें कि आप एक शिक्षक हैं, क्योंकि चाहे बीएसए हों, चाहे कोई बड़ा अधिकारी, वैज्ञानिक या डाक्टर सब शिक्षकों की देन हैं। सदर विधायक अंजुला माहौर द्वारा शिक्षकों को आस्वस्त किया कि उक्त समस्या गंभीर है। समस्या को उच्च स्तर तक पहुंचाया जाएगा।राज्य अध्यापक पुरस्कार प्राप्त शिक्षिकाओं नीलम और सतना को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में राष्ट्रति पुरस्कार प्राप्त हरस्वरूप शर्मा, सुभाष चंद्र शर्मा, सेवानिवृत खंड शिक्षा अधिकारी सुरेश चंद्र शर्मा, खंड शिक्षा अधिकारी शशिबाला, जिला महामंत्री विजयवीर सिंह, कोषाध्यक्ष यतेंद्र पाठक, योगेंद्र शर्मा, संतोष शर्मा, शशि कुलश्रेष्ठ, अरुण शर्मा, वीरेंद्र सिंह, कन्हैया लाल, नरेश मीना, गौरव पचौरी, कुलदीप चौधरी, प्रवीन समणी, भगवान दास यादव, गवेन्द्र, चंद्र मोहन राणा, कल्पना राणा, सीता, पूनम वसिष्ठ, शालिनी शर्मा, प्रियंका महेश्वरी, शिल्पी गौड़, राघवेंद्र गुप्ता, अमित शर्मा, जितेंद्र कौशल आदि सैकडों शिक्षक शिक्षिकाएं उपस्थित रहे।

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