उपजिलाधिकारी,बीएसए कर चुकी विद्यालय का निरीक्षण , नही दिखा पाए कोई मान्यता सम्बन्घी प्रमाण
वर्ष 2018 में विद्यालय के प्रधानाध्यापक भी लिखित में दे चुके है 1 से 5 तक की कक्षाओं का नही हुआ संचालन
हाथरस।जनता जूनियर हाईस्कूल शेखुपुर मदन में प्राइमरी में फर्जी मान्यता दिखा कर 15 शिक्षको की नियुक्त की गई। पूर्व उप प्रबंधके द्वारा शिकायत मिलने के बाद आरोपों की जॉच के लिये डीएम द्वार कमेटी गठित की गई । कमेटी द्वारा जांच जारी है वहीं शिकायतकर्ता का कहना है कि जांच को जल्द पूरा किया जाये जिससे सत्यता सभी के सामने आ सके।
बता दें कि विद्यालय के पूर्व उप प्रबन्धक ब्रजेश कुमार पुत्र मानिक चन्द्र ने कुछ समय पहले जनता दर्शन में एक शिकायती पत्र जिलाधिकारी को सौपा था। शिकायती पत्र में उन्होने बताया कि विकास खण्ड हाथरस में सहायता प्राप्त विद्यालय जनता जुनियर हाईस्कूल शेखुपुर मदन में चल रही प्राइमरी की कक्षायें फर्जी मान्यता के आधार पर संचालित की जा रही है शिकायत का संज्ञान लेकर जिलाधिकारी राहुल पाण्डेय ने 21 जून को पत्र जारी कर जॉच के लिये तीन सदस्यीय टीम गठित कर दी जिसमें अपर जिलाधिकारी न्यायिक को अध्यक्ष, उपजिलाधिकारी हाथरस को सदस्य एवं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी को सदस्य संयोजक नामित किया है जॉच कमेटी द्वारा विद्यालय का निरीक्षण किया गया परन्तु विद्यालय द्वारा मान्यता सम्बन्धी कोई भी कागज उपलब्ध नहीं कराया गया हैं जॉच कमेटी द्वारा विद्यालय के निरीक्षण के समय ग्राम वासियों ने भी विद्यालय की प्राइमरी मान्यता के फर्जी होने की बात कही जिसकी ग्राम वासियों द्वारा पूर्व में लिखित शिकायत की जा चुकी है तथा जन सूचना अधिकार के तहत प्र०अ० श्री योगेन्द्र सिंह के द्वारा भी 11.07.2018 को लिखित रूप में विद्यालय के लेटर पैड पर बताया उक्त विद्यालय में 1 से 5 तक की कोई भी कक्षायें संचालित नहीं है और न ही कोई प्राइमरी की मान्यता है विद्यालय में सिर्फ 6 से 8 तक की मान्यता है तथा कक्षायें संचालित है। कक्षा 1 से 5 तक से सम्बन्धित कोई भी अभिलेख उपलब्ध नहीं है। शिकायतकर्ता के पिता स्व० मानिक चन्द्र ने उक्त विद्यालय के लिये अपनी 18 बीघा भूमि दान में दी थी और विद्यालय की प्रबन्ध समिति के सक्रिय सदस्य रहे थे तथा शिकायतकर्ता के पिता की मृत्यु के बाद खुद वर्तमान प्रबन्ध समिति में सक्रिय सदस्य है पूर्व में कभी भी प्राइमरी की मान्यता के लिये आवेदन नहीं किया और न ही उक्त विद्यालय को प्राइमरी की मान्यता है। कुछ वर्ष पूर्व प्रबन्ध समिति में वाद-विवाद होने के कारण विद्यालय में प्राधिकृत नियंत्रक नियुक्त कर दिया गया था तब से कुछ दंबग शिक्षा माफिया व प्राधिकृत नियंत्रक द्वारा कूटरचित दस्तावेज तैयार कर विना मान्यता के प्राइमरी में 15 अध्यापको की फर्जी नियुक्ति कर डाली है। जन सूचना अधिकार के तहत विद्यालय के पूर्व प्रबन्धक भीकम सिह व प्रबन्ध समिति के सदस्यों द्वारा उक्त विद्यालय में प्राइमरी की कक्षाओं के न चलने व मान्यता न होने का लिखित बयान 18.07 2018 में दिया गया है।
शिकायतकर्ता बोले- निष्पक्ष जल्द पूर्ण हो जांच
शिकायतकर्ता ब्रजेश का कहना है कि जांच के नाम पर लीपापोती की जा रही है। उनका कहना है कि वह कई बार शिकायत कर चुके है। शिकायतों के साथ साक्ष्य भी दे चुके है लेकिन जांच पूर्ण नही हो रही है। विद्यालय में 15 अध्यापकों की फर्जी नियुक्ति है और वह वेतन भी ले रहे है। जांच जल्द पूरी होनी चाहिये जिससे सच्चाई सभी के सामने आये।