हाथरस । मुख्य पशुचिकित्साधिकारी डा० विजय सिह ने अवगत कराया है कि नन्द बाबा दुग्ध मिशन के अन्तर्गत 10 दुधारू स्वदेशी उन्नत नस्ल के गौवंश की मिनी नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना जनपद हाथरस में संचालित किया जाना प्रस्तावित है। मिनी नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना के अंतर्गत स्वदेशी गोवंश के साहिवाल, गिर एवं थारपारकर प्रजाति की 10 उन्नत नस्ल के दुधारू गौवंश होंगे। परियोजना की कुल अनुमानित लागत रु० 23.60 लाख (तेईस लाख साठ हजार मात्र) होगी। परियोजना अन्तर्गत निहित उद्देश्यों/मानकों को पूर्ण करने वाले लाभार्थियों को प्रति इकाई परियोजना लागत का 50 प्रतिशत अधिकतम रु० 11.80 (ग्यारह लाख अस्सी हजार मात्र) की सीमा तक अनुदान दो समान किस्तों में देय होगा। इकाई की स्थापना हेतु लाभार्थी अंश, बैंक द्वारा ऋण तथा अनुदान की धनराशि परियोजना लागत का क्रमशः 15 प्रतिशत, 36 प्रतिशत तथा 50 प्रतिशत होगा। कैटेल शेड का निर्माण मानकीकृत डिजायन के अनुरूप किया जायेगा। ईकाई स्थापना हेतु लगभग 0.20 एकड़ (8712 वर्ग फुट) भूमि तथा चारा उत्पादन हेतु 0.80 एकड़ (34848 वर्ग फुट) भूमि अनिवार्य, भूमि स्वयं की अथवा पैतृक अथवा न्यूनतम 07 वर्षों के लिए अनुबंध/किरायेनामे पर ली गयी हो। पूर्व में संचालित कामधेनु, मिनी कामधेनु, माइक्रो कामधेनु योजना अथवा नन्द बाबा दुग्ध मिशन के अन्तर्गत संचालित नन्दिनी कृषक समृद्धि योजना अथवा मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ-संवर्धन योजना के लाभार्थी इस योजना का लाभ प्राप्त करने हेतु पात्र नही होगें। इस योजना के सम्बन्ध में आवेदन नन्द बाबा दुग्ध मिशन पोर्टल https://nandbabadugdhmission.up.gov.in पर आनलाईन आमंत्रित किया जायेगा। योजना के सम्बन्ध में विवरण उक्त पोर्टल पर उपलब्ध है। योजना की अधिक जानकारी के लिए अधोहस्ताक्षरी, उप दुग्धशाला विकास अधिकारी अथवा मुख्य विकास अधिकारी के कार्यालय से सम्पर्क किया जा सकता है। आवेदन प्रारम्भ की तिथि 14.07.2025 एवं आवेदन की अन्तिम तिथि 13.08.2025 है।
लाभार्थियों द्वारा अनुदान अवमुक्त करने हेतु प्रस्तुत आवेदन का स्थलीय सत्यापन, सत्यापन समिति के द्वारा किया जायेगा। समिति की अनुशंसा पर डिस्ट्रिक्ट एक्जीक्यूटिव कमेटी की संस्तुति प्राप्त की जायेगी। डिस्ट्रिक्ट एक्जीक्यूटिव कमेटी की संस्तुति के आधार पर परीक्षण उपरान्त स्टेट प्रोग्राम मेनेजमेन्ट यूनिट द्वारा डी०बी०टी० के माध्यम से सीधे सम्बन्धित लाभार्थी के बैंक खाते में अवमुक्त की जायेगी।
प्रथम चरण में योजना की लागत का 25 प्रतिशत अनुदान आधारभूत संरचना तैयार होने एवं सत्यापन में उपयुक्त पाये जाने के पश्चात लाभार्थी के खाते में डी०बी०टी० के माध्यम से देय होगा। द्वितीय चरण में लागत का 25 प्रतिशत अनुदान परियोजना अन्तर्गत 10 दुधारू गौवंश के नियमानुसार क्रय व उनके प्रजाति के सत्यापन में उपयुक्त पाये जाने के पश्चात लाभार्थी के खाते में डी०बी०टी० के माध्यम से देय होगा। वित्तीय वर्ष 2025-26 में 10 दुधारू गौवंश की इकाई स्थापना हेतु नन्दिनी कृषक समृद्धि मिनी योजना के अन्तर्गत जनपद हाथरस को 08 का वार्षिक लक्ष्य निर्धारित किया गया है।