नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की जयन्ती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया

हाथरस । नेहरू युवा केन्द्र, हाथरस युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा आज दिनांक 23.01.2023 को नेता जी सुभाष चन्द्र बोस जयन्ती को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया गया। इस अवसर पर कार्यालय की जिला युवा अधिकारी सुश्री दिव्या शर्मा एवं कार्यालय की लेखा एवं कार्यक्रम सुपरवाइजर श्रीमती ऊषा सक्सेना ने नेता जी सुभाष चन्द्र बोस जी के छवि चित्र पर माल्यार्पण कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। कार्यालय की जिला युवा अधिकारी सुश्री दिव्या शर्मा ने युवाओं को जानकारी देते हुए बताया कि अंग्रेजों की नाक में दम करने बाले सुभाष चन्द्र बोस की आज जयन्ती है प्यार से उन्हें सभी नेता जी कहते है। उन्होने स्वतंत्रता संग्राम में जिस तरह से आगे बढकर नेतृत्व किया एवं घातक रणनीतियां बनाईं उससे अंग्रेंजों की यह समझ में आ गया था कि अब भारत में ज्यादा दिन तक उनकी नहीं चलेगी। नेताजी जी की जयन्ती को इस वर्ष पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जा रहा है और प्रतिवर्ष 23 जनवरी को पराक्रम दिवस के रूप में मनाया जायेगा। लेखा एवं कार्यक्रम सुपरवाइजर श्रीमती ऊषा सक्सेना ने जानकारी देते हुए कहा कि सुभाषचन्द्र बोस स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और एक मशहूर राजनेता थे। भारत की आजादी में बोस जी ने अपना अमूल्य योगदान दिया भारत को अंग्रेजों से आजाद करवाने के लिए उन्होने आजाद हिन्द फौज की स्थापना की थी।
पराक्रम दिवस के अवसर पर मैरीडिन कैरियर अकेडमी हाथरस में निबन्ध प्रतियोगिता तथा एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर श्री रघुराज सिंह पौरूष ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि नेता जी सुभाष चन्द्र बोस जी का जन्म उडीसा के कटक क्षेत्र में 23 जनवरी 1897 को हुआ उनके पिता जानकीनाथ बोस कटक के एक मशहूर सरकारी वकील थे। श्री रामनरेश यादव जी ने युवाओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि सुभाष चन्द्र जी ने कोलकाता के देशबन्धु चितरंजन दास से प्रेरित होकर उन्होने इगंलैण्ड दास बाबू को पत्र लिखा और उनके साथ काम करने की इच्छा जाहिर की बोस जी ने यह ठान लिया था कि वे देश की आजादी के लिए काम करेगें। सुभाष चन्द्र बोस महात्मा गांधी जी से मिले और उनके कहने पर सुभाष जी कोलकाता जाकर दास बाबू से मिले। श्री रामनरेश यादव जी ने युवाओं को नेता जी के जीवन चरित्र के बारे में बताते हुए उस पर अमल करने हेतु प्रेरित किया। इस अवसर पर सुनील भास्कर एवं श्रीमती प्रेमलता ने भी अपने-अपने विचार प्रकट गये।
इस अवसर पर विभिन्न विकास खण्डों में विभिन्न स्वयं सेवकों द्वारा नेताजी के छवि चित्र पर माल्यार्पण कर नेता जी भाव भीनी श्रद्धांजलि दी। निबन्ध प्रतियोगिता में संदीप ने प्रथम, रोहित ने द्वितीय एवं कु0 सुरभी उपाध्याय और हिना ने तृतीय स्थान प्राप्त किया सभी विजयी प्रतिभागियों को पुरस्कार एवं प्रमाण-पत्र प्रदान किये गये। कार्यक्रम में मोनी रावत, दिव्यांशु, कल्पना, राखी, ममता, रोहित, साक्षी उपाध्याय, श्वेता, सत्यनारायण आदि का सहयोग सराहनीय रहा।
————————————————————–

error: Content is protected !!