बीएलएस में ऑनलाइन मनाया गया हिंदी दिवस

हाथरस। नगर के प्रतिष्ठित विद्यालय बीएलएस इंटरनेशनल स्कूल में हिंदी दिवस ऑनलाइन मनाया गया । इस अवसर पर अनेक प्रतियोगिताएँ करवाई गईं, जिनमें बच्चों ने बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया ।
हर वर्ष की भांति इस साल भी 14 सितंबर को देशभर में हिंदी दिवस (hindi diwas) मनाया जाना है। इसी दिन हिंदी को देश की राजभाषा का दर्जा प्राप्त हुआ था। आज कई देशों में लोग हिंदी बोलते हैं। एक अध्ययन के मुताबिक दुनियाभर में बोली जाने वाली तीसरी सबसे बड़ी भाषा हिंदी है। हिंदी की समृद्धशाली परंपरा को आगे बढ़ाने के उद्देश्य से 14 सितंबर के दिन देशभर में कई कार्यक्रम और प्रतियोगिताएं कराई जाती हैं। इसी क्रम में बीएलएस इंटरनेशनल स्कूल में भी हिंदी दिवस पूरे उत्साह के साथ मनाया गया, हालांकि इस बार कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए यह कार्यक्रम विद्यालय परिसर में नहीं हुआ , बच्चों ने अपने अपने घर से ही विभिन्न प्रतियोगिताओं व क्रियाकलापों के साथ उत्सव को मनाया । इस उपलक्ष्य में कक्षा 6 के विद्यार्थियों की नारा लेखन प्रतियोगिता, कक्षा सात के लिए विज्ञापन लेखन, कक्षा आठ के लिए सस्वर दोहा वाचन प्रतियोगिता, कक्षा नौ के लिए स्वरचित कविता वाचन प्रतियोगिता तथा कक्षा दस के विद्यार्थियों के लिए हिंदी भाषण प्रतियोगिता करवाई गई । विद्यालय के सैकड़ों छात्रों ने इन प्रतियोगिताओ में उत्साहपूर्वक भाग लिया और हिंदी भाषा की गरिमा बढ़ाई ।
विद्यालय के चेयरमैन श्री बीएल शर्मा ने सभी छात्रों व शिक्षकों को हिंदी दिवस की बधाई दी और कहा कि हिंदी हमारी पहचान है, इसे बढ़ावा देना सभी का कर्तव्य है । प्रधानाचार्या सुश्री रुचिरा ने हिंदी दिवस के लिए सभी को बधाई देते हुए कहा कि हिंदी की सबसे अच्छी बात ये है कि यह समझने में बहुत आसान है, इसे जैसा लिखा जाता है इसका उच्चारण भी उसी प्रकार किया जाता है। हमारे देश में 77 प्रतिशत लोग हिंदी बोलते, समझते और पढ़ते हैं। आधिकारिक काम-काज की भाषा के तौर पर भी हिंदी का उपयोग होता है। गांधी जी ने हिंदी को जनमानस की भाषा कहा था। सन् 1918 में हिंदी साहित्य सम्मेलन में गांधी जी ने हिंदी को राष्ट्रीय भाषा बनाने को कहा था। जब हिंदी को राजभाषा के रूप में स्वीकार किया गया, तब देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉक्टर राजेन्द्र प्रसाद ने हिंदी के प्रति गांधी जी के प्रयासों को याद किया। देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने इस दिन के महत्व को देखते हुए इस दिन को हिंदी दिवस के रूप में मनाने को कहा था। भारत देश के नागरिक होने के नाते हम सबका कर्तव्य बनता है कि हम हिंदी को आगे बढ़ाने का प्रयास करें। अपने काम-काज की भाषा के रूप में हिंदी प्रयोग में लाएँ।

error: Content is protected !!