भाजपाइयों ने डा० भीमराव अम्बेडकर के छविचित्र पर माल्यार्पण कर मनाया संविधान दिवस

हाथरस। भाजपा जिला कार्यालय हाथरस पर भाजपा जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी की अध्यक्षता में संविधान निर्माता डा० डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर के छविचित्र पर माल्यार्पण कर संविधान दिवस मनाया गया इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष शरद माहेश्वरी ने भारतीय संविधान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संविधान नियमों और कानूनों का एक समूह है जो किसी देश के संचालन और नियंत्रण करने की दिशा विनियमित करता है। संविधान कर्तव्यों के साथ-साथ मौलिक अधिकारों, मार्गदर्शक सिद्धांतों और नागरिक जिम्मेदारियों को भी परिभाषित करता है। भारत सरकार के राजनीतिक सिद्धांत, शक्तियां और अभ्यास संविधान पर आधारित हैं, 26 नवंबर का दिन भारत में लोकतंत्र के इसी ग्रंथ से जुड़ा हुआ है, भारत में हर साल 26 नवंबर के दिन को राष्ट्रीय संविधान दिवस मनाया जाता है, 26 नवंबर संविधान दिवस– 2 सितंबर 1946 को अंतरिम सरकार का गठन हुआ प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू बने,डॉक्टर भीमराव अम्बेडकर कानून मंत्री बने लार्ड माउंटबेटन योजना के अनुसार संविधान निर्माण के लिए संविधान सभा का गठन हुआ संविधान सभा के सदस्यों का चुनाव प्रादेशिक विधानसभाओं द्वारा हुआ इसमें प्रिंसिपल स्टेटस के मनोनीत सदस्य भी शामिल किए गए थे। सर्वप्रथम डॉ अम्बेडकर अभिवाजित बंगाल से चुनकर संविधान सभा में आए। सदर विद्यायक अंजुला सिंह माहौर ने बताया कि 15 अगस्त 1947 को देश स्वतंत्र हुआ और बंगाल का भी विभाजन हुआ इस वजह से डॉक्टर बी आर अंबेडकर का निर्वाचन क्षेत्र पूर्वी पाकिस्तान में चला गया इसलिए बाबा साहब डॉक्टर बी आर अंबेडकर की सदस्यता समाप्त हो गई फिर उनको मुंबई प्रादेशिक विधानसभा से चुना गया 29 अगस्त 1947 को संविधान सभा ने संविधान मसौदा समिति का गठन किया जिसका अध्यक्ष डॉ० बी आर अंबेडकर को चुना गया मसौदा समिति ने मसौदा तैयार किया और संविधान सभा में एक-एक धारा पर चर्चा के लिए 21 फरवरी 1948 को संविधान सभा के अध्यक्ष डॉ राजेंद्र प्रसाद को सौंप दिया संविधान सभा ने विषाद विस्तृत चर्चा करके 26 नवंबर 1949 को संविधान को स्वीकृति प्रदान की 28 अगस्त 1948 को संविधान मसूदा समिति में साथ निश्चित किए गए सदस्य थे सिकंदरराऊ विधायक वीरेन्द्र सिंह राणा ने बताया कि संविधान का मसौदा बनाने का काम अकेले डॉक्टर अंबेडकर के कंधों पर आ गया और इतने प्रशंसनीय ढंग से उन्होंने इस कार्य को पूरा किया और इस प्रकार भारत का संविधान बनाने की पूरी जिम्मेदारी डॉक्टर अंबेडकर पर आ पड़ी। हम भारत के लोग, भारत को एक संपूर्ण प्रभूतत्व संपन्न समाज धर्मनिरपेक्ष लोकतंत्रात्मक गणराज्य बनाने के लिए, तथा उसके समस्त नागरिकों को सामाजिक ,आर्थिक और राजनैतिक न्याय, विचार, अभिव्यक्ति, विश्वास, धर्म,और उपासना की स्वतंत्रता प्रतिष्ठा और अवसर की समता प्राप्त कराने के लिए, तथा उन सब में व्यक्ति की गरिमा और राष्ट्र की एकता और अखंडता सुनिश्चित करने वाली बंधुता बढ़ाने के लिए, दृढ़ संकल्प होकर अपनी संविधान सभा में आज तारीख 26 नवंबर 1949 ई.मिति मार्गशीर्ष शुक्ला सप्तमी,संवत 2006 विक्रमी को एतदद्वारा इस संविधान सभा को अंगीकृत अधिनियमित और आत्मार्पित करते हैं। कार्यक्रम में मुख्य रुप से डौली माहौर, हरीशंकर राणा, रामकुमार माहेश्वरी, हरीश सेंगर, डा०एसपीएस चौहान, भूपेंद्र कौशिक, मूलचन्द वार्ष्णेय, सतेन्द्र सिंह, सुनीता वर्मा, बासुदेव माहौर, रामवीर माहौर, तपन जौहर, रामहरी चाहर, महेश वर्मा, अरविन्द दिवाकर, सोनिया नारंग, वीरेन्द्र कप्तान, कृष्णमुरारी वार्ष्णेय, राजू राज एड., प्रवीन कुमार, अर्जुन बाल्मीकि, डमवेश चक, बबलू हसमुख, डा० राजकुमार गुप्ता, पवन सिकरवार आदि भाजपा कार्यकर्ता उपस्थित रहे |

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