08 मई को मनाया जायेगा अन्तर्राष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस

हाथरस । 08 मई 2022 को पूरी दुनिया में अन्तर्राष्ट्रीय थैलेसीमिया दिवस मनाया जाता है। उसी श्रृखला में जनपद हाथरस में 27 प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर लगने वाले जन आरोग्य स्वास्थ्य मेलों में थैलेसीमिया रोग का प्रचार प्रसार किया जायेगा साथ ही 09 मई 2022 को मनाये जाने वाला प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान दिवस जनपद के समस्त सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों एवं जिला चिकित्सालयों पर मनाया जायेगा। जिसमें थैलेसीमिया रोग के लक्षणों के बारे में जागरूकता प्रदान की जायेगी।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 ए0एस0 वशिष्ठ ने थैलेसीमिया रोग के बारे में अवगत कराया है कि थैलेसीमिया रोग एक अनुवांशिक रक्त विकार रोग है जो जीन के माध्यम से माता-पिता से बच्चों में संचारित होता है। इस रोग में हीमोग्लोबिन निर्माण के उत्तरदायी जींस या जो नष्ट हो जाते है या अनुपस्थित होते है। हीमोग्लोबिन लाल रक्त कोशिकाओं में पाये जाने वाला एक प्रोटीन है, जो कि शरीर के अंगों और ऊतकों में ऑक्सीजन के परिवहन का कार्य करता है। हीमोग्लोबिन की क्षति या अपर्याप्तता के कारण, लाल रक्त कोशिकायें नष्ट हो जाती है, जिससे एनीमिया उत्पन्न हो सकता है। थैलेसीमिया रोग शरीर में लाल रक्त कण/रेड ब्लड सेल (आर0बी0सी0) नही बन पाते है और जो थोडे़ बन जाते है वह केवल थोड़े समय तक ही रहते है। थैलेसीमिया रोग से ग्रसित बच्चों को बार-बार खून चढाने की जरूरत पडती है। ऐसा न करने पर बच्चा जीवित नही रह पाता है।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 राजीव गुप्ता द्वारा अवगत कराया गया कि थैलेसीमिया रोग दो प्रकार का होता है अल्फा थैलेसीमिया एवं बीटा थैलेसीमिया। थैलेसीमिया रोग के तीन प्रमुख रूप होते है
थैलेसीमिया गम्भीर- इस प्रकार के रोग में रोगी को माता-पिता दोनों से दोषपूर्ण जीन प्राप्त होते हैं। इस रोग से ग्रसित मरीजों को एनीमिया, धीमी विकास गति, परिपक्वता में विलंब के साथ प्लीहा, यकृत, ह्दय या हड्डियों के साथ समस्याएं भी हो सकती है।
थैलेसीमिया इंटरमीडिया- इसमें थैलेसीमिया के हल्के से लेकर गम्भीर तक लक्षण देखने को मिलते है।
थैलेसीमिया माइनर- इस प्रकार के विकार से ग्रसित रोग के वाहक होते है, अधिकांश समय उनमें लक्षण नही होते है। थैलेसीमिया माइनर तक प्रकट होता है, जब माता-पिता दोनों में से रोगी को एक से दोषपूर्ण जीन प्राप्त होता है।
थैलेसीमिया का पता रक्त परीक्षण से किया जाता है। यह उपचार योग्य रोग है। थैलेसीमिया मेजर के रोगियों के इलाज में क्रोनिक ब्लड ट्रांसफ्यूजन थेरेपी, आयरन कीलेशन थेरेपी आदि शामिल है।
थैलेसीमिया रोग से सन्देहयुक्त मरीजों को मेडीकल कॉलेज में जांच हेतु सन्दर्भित किया जायेगा।

error: Content is protected !!