02 अप्रैल को विश्व हिंदू परिषद द्वारा भव्यता के साथ निकाली जायेगी नव संवत्सर शुभकामना संदेश यात्रा

हाथरस। “चैत्रे मासि जगद् ब्रह्मा ससर्ज प्रथमे अहनि, शुक्ल पक्षे समग्रेतु तु सदा सूर्योदये सति”। ब्रह्म पुराण में वर्णित इस श्लोक के अनुसार चैत्र मास के प्रथम सूर्योदय पर ब्रह्मा जी ने सृष्टि की रचना की थी। इसी दिन से विक्रमी संवत की शुरुआत होती है। सृष्टि की वर्षगांठ का दिन है नव संवत्सर|आज भले ही ग्रेगेरियन कैलेंडर के अनुसार एक जनवरी को मनाया जाने वाला नववर्ष ज्यादा चर्चित हो, लेकिन इससे कहीं पहले से अस्तित्व में आया हिंदू विक्रमी संवत आज भी धार्मिक अनुष्ठानों और मांगलिक कार्यों में तिथि व काल की गणना का आधार बना हुआ है। अपनी सांस्कृतिक एवं धार्मिक विरासत के महत्व को प्रतिपादित करने के उद्देश्य से नवसंवत्सर पर विश्व हिंदू परिषद हाथरस द्वारा विशाल एवं भव्य नव संवत्सर शुभकामना संदेश यात्रा का आयोजन बहुत ही हर्षोल्लास एवं भव्यता के साथ किया जा रहा है|
विक्रम संवत को सम्राट विक्रमादित्य ने शकों को पराजित करने के उपलक्ष्य में 57 ईसा पूर्व शुरू किया था। विक्रम संवत चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा से शुरू होता है। भारतीय पंचांग और काल निर्धारण का आधार विक्रम संवत है।
विक्रमी संवत का संबंध सारे विश्व की प्रकृति, खगोल सिद्धांत और ब्रह्मांड के ग्रहों एवं नक्षत्रों से है। इसलिए भारतीय काल गणना पंथ निरपेक्ष होने के साथ सृष्टि की रचना को दर्शाती है। सौर मंडल के ग्रहों एवं नक्षत्रों के चाल, उनकी निरंतर बदलती स्थिति पर भी हमारे दिन, महीने, साल और उनके सूक्ष्मतम भाग आधारित होते है I
-मान्यता है कि एक अरब 97 करोड़ 39 लाख 49 हजार 121साल पहले इसी दिन ब्रह्मा जी ने सृष्टि का सृजन किया था।
-सम्राट विक्रमादित्य ने 2079 साल पहले इसी दिन राज्य स्थापित कर विक्रम संवत की शुरुआत की।
– लंका में राक्षसों का संहार कर अयोध्या लौटे मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम का राज्याभिषेक इसी दिन किया गया।
– शक्ति और भक्ति के नौ दिन अर्थात नवरात्र स्थापना का पहला दिन यही है। प्रभु राम के जन्मदिन रामनवमी से पूर्व नौ दिन उत्सव मनाने का प्रथम दिन।
-स्वामी दयानंद सरस्वती ने इसी दिन आर्य समाज की स्थापना की।
– सिख परंपरा के द्वितीय गुरु अंगददेव का जन्मदिवस।
– सिंध प्रांत के प्रसिद्ध समाज रक्षक वरुणावतार संत झूलेलाल इसी दिन प्रकट हुए।
इसी महत्व को समस्त जनमानस तक पहुंचाने एवं इस नूतन वर्ष की शुभकामना देने हेतु नव संवत्सर शुभकामना संदेश यात्रा का आयोजन किया गया है विश्व हिंदू परिषद एवं बजरंग दल के सभी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता यात्रा के माध्यम से समस्त नगरवासियों को पुष्प वर्षा कर नव वर्ष की शुभकामनाएं प्रेषित करेंगे इस बार शुभकामना संदेश यात्रा में
राम दरबार की झांकी हनुमत लाल व वानर सेना के साथ एवं भारत माता की झांकी के साथ ही इस दिवस सभी महत्वपूर्ण घटनाक्रमों को प्रदर्शित करती हुई झांकियां आकर्षण का केंद्र होंगी , जिससे समस्त जनमानस को नव संवत्सर का महत्व और इसकी हमारे जीवन में उपयोगिता कितनी महत्वपूर्ण है उसकी जानकारी मिल सके, शोभायात्रा में महाराष्ट्र पद्धति से शिवगर्जना ढोल आकर्षण का केंद्र होगा | साथ ही नगर के सभी बाजारों को 200 से अधिक भगवातोरण द्वारों से सुसज्जित किया जाएगा
उक्त बातें कार्यक्रम संयोजक प्रवीण खंडेलवाल व सह संयोजक गोपाल कृष्ण शर्मा संयुक्त रूप से पत्रकार वार्ता के दौरान कही
यात्रा का प्रारंभ पुरानी कलेक्ट्रेट से होगा एवं समस्त नगर में भ्रमण उपरांत श्री कृष्ण गौशाला पर समापन होगी| श्रीमान शशि कुमार जी अग्रवाल सी ए,अध्यक्ष विश्व हिंदू परिषद ब्रज प्रांत मुख्य अतिथि के रूप में एवं श्रीमान सुरेंद्र सिंह जी सह मंत्री विश्व हिंदू परिषद ब्रज प्रांत विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित रहेंगे |एवं इसी के साथ नगर के सभी राजनीतिक व्यापारिक सामाजिक सांस्कृतिक संगठनों के समस्त पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं को इस उत्सव में शामिल होने का आवाहन विश्व हिंदू परिषद हाथरस द्वारा किया गया है | कार्यक्रम को सफल बनाने में विश्व हिंदू परिषद विभाग अध्यक्ष राजेंद्र नाथ चतुर्वेदी जिला अध्यक्ष मुकेश सूर्यवंशी जिला उपाध्यक्ष कैलाश कूलवाल जिला मंत्री नरेंद्र सिंह जिला कोषाध्यक्ष मदन गोपाल वार्ष्णेय नगर अध्यक्ष मनोज वार्ष्णेय नगर गौरक्षा प्रमुख गौरव अग्रवाल बॉबी नगर विशेष संपर्क प्रमुख सचिन अग्रवाल जिला संयोजक बजरंग दल हर्षित गौड़ नगर संयोजक योगेश राठौर आदि पूर्ण मनोयोग से कार्य कर रहे हैं
पत्रकार वार्ता का संचालन एवं आभार व्यक्त जिला मंत्री नरेंद्र सिंह जी द्वारा किया गया।

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