अपनों ने किया किनारा, तो खाकी बनी सहारा

परिजनों द्वारा अज्ञात कारणों से बेसहारा छोड़ी गई मासूम बच्ची का सहारा बनी खाकी

अमित माथुर
एटा। जी हां ये वाक्या जनपद एटा से है, जहाँ एटा पुलिस एक 6 साल की मासूम बच्ची की देखभाल कर रही है। बच्ची की मां उसे रोडवेज बस स्टैंड पर छोड़कर भाग गई थी। बच्ची पुलिस को एक बैग के साथ मिली थी। मामला जिले के नगर कोतवाली थाने का है। जिसमें थाना कोतवाली नगर पुलिस 6 साल की एक मासूम बच्ची की देखभाल कर रही है। नगर कोतवाली में तैनात महिला पुलिसकर्मी आरक्षी मीनू कुंतल और सबइंस्पेक्टर अनुज चौहान मिलकर नंदिनी की देखभाल कर रहे हैं। पुलिस को यह बच्ची 10 जून को रोडवेज बस स्टैंड पर एक बैग के साथ मिली थी। बच्ची के अनुसार उसकी मां और चाचा उसे बस स्टैंड पर छोड़कर चले गए थे। वह अपनी मां का नाम प्रिया बताती है. वहीं पुलिस के अनुसार बच्ची अपने गांव और घर का पता नहीं बता पा रही है।दरअसल माननीय संवेदनाओं के वशीभूत होकर महिला पुलिसकर्मी बच्ची को अपने पास रखकर उसकी देखभाल कर रही है। देखभाल से खुश बच्ची भी अब अपने घर नहीं जाना चाहती है। वह मीनू कुंतल को दीदी कहकर बुलाती है बच्ची ने बताया कि जब उसकी मां उसे बस स्टैंड पर छोड़कर गई थी तो जाते समय कहा था कि वह उन्हें अब हमेशा के लिए भूल जाए उसने महिला पुलिसकर्मी के पास हमेशा के लिए रहने की इच्छा जताई है वहीं नगर कोतवाली इंस्पेक्टर संजीव कुमार त्यागी ने बताया कि अभी तक बच्ची के परिजनों का पता नहीं चल सका है उन्होंने बताया कि उसे बाल कल्याण समिति के सामने भी पेश किया जा चुका है और आगे की कार्रवाई की जा रही है। वहीं नगर कोतवाली इंस्पेक्टर ने बताया कि मंगलवार को बच्ची की मेडिकल जांच कराई गई और रिपोर्ट समिति को दी जाएगी उन्होंने बताया कि बच्ची के परिजनों की तलाश की जा रही है‌।

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