मुख्य समस्याओं के समाधान उपरांत ही लागू हो डिजिटाइजेशन/ऑनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था
हाथरस। राष्ट्रीय शैक्षिक महासंघ प्राथमिक संवर्ग की जनपदीय इकाई द्वारा प्रदेशीय आवाहन पर जिलाध्यक्ष रविकांत मिश्र के नेतृत्व में सैकड़ों शिक्ष्क – शिक्षिकाओं की मौजूदगी में डिजिटाइजेशन/ऑनलाइन उपस्थिति के विरोध में मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन जनपद के प्रभारी मंत्री मा० असीम अरुण जी, सांसद अनूप प्रधान जी व ब्लॉक प्रमुख रामेश्वर उपाध्याय जी की उपस्थित में जिलाधिकारी को सौंपा।
जिला महामंत्री डॉ० संजय गौतम ने कहा कि महानिदेशक स्कूल शिक्षा द्वारा 8 जुलाई से पंजिकाओं का डिजिटाइजेशन/ऑनलाइन उपस्थिति देने का आदेश निर्गत किया गया है जो कि तुगलकी फरमान है। विभागीय अधिकारी वातानुकूलित कक्ष में बैठकर बिना जमीनी सच्चाई जाने ही इस प्रकार के अव्यावहारिक आदेश करते रहते हैं। जिनमें आने वाली व्यावहारिक कठिनाइयों को दूर किए बिना उसको लागू करा पाना संभव ही नहीं है। जिला कार्यकारी अध्यक्ष रविकान्त मिश्र ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व द्वारा कई बार महानिदेशक स्कूल शिक्षा को ज्ञापन सौंपकर डिजिटाइजेशन से जुड़ी मौलिक समस्याओं को दूर करने की माँग की गई तथा 14 मार्च 2024 को महानिदेशक स्कूल शिक्षा कार्यालय में धरना भी किया गया था। तब महानिदेशक द्वारा संगठन के प्रतिनिधिमण्डल को आश्वासन दिया गया था कि डिजिटाइजेशन से जुड़ी मौलिक समस्याओं के निस्तारण के पश्चात ही इसे लागू किया जाएगा। किंतु माँगें पूरी नहीं की गयीं। का० मंडल अध्यक्ष हरीश शर्मा ने कहा कि विभागीय अधिकारी दमन पूर्वक डिजिटाइजेशन/ऑनलाइन उपस्थिति व्यवस्था लागू करना चाहते हैं जिसका संगठन पुरजोर विरोध करता है। का० जिला अध्यक्ष डॉ० संध्या अग्रवाल ने कहा कि महासंघ विभागीय व सामाजिक दायित्वों के प्रति सजग रहकर छात्र हित व शिक्षा हित में इस आदेश का बहिष्कार कर रहा है । जिला मीडिया प्रभारी संजय शर्मा ने कहा कि प्रमुख समस्याओं का समाधान किये बिना ही विभागीय अधिकारियों द्वारा भय का वातावरण बनाकर डिजिटाइजेशन /ऑनलाइन उपस्थिति (फेस रिकग्निशन) की व्यवस्था केवल बेसिक शिक्षा विभाग में ही लागू की जा रही है। इससे पूरे प्रदेश का शिक्षक समाज स्वयं को अपमानित एवं ठगा महसूस कर रहा है। शिक्षकों में शासन व विभाग के प्रति व्यापक आक्रोश है।
ज्ञापन सौंपने वालों में जिला उपाध्यक्ष ब्रजेश शर्मा, मीनाक्षी सिंह, राजवीर सिंह, राजेश गौतम, डॉ० गोपाल, धर्मेंद्र सारस्वत, रमेश चौधरी, भूपेन्द्र सिंह, सुनील शर्मा, तरुण शर्मा, राजेन्द्र लवानियाँ, हेमन्त कटारा, आशुतोष अग्निहोत्री, अजय शर्मा, अजीत राना, राहुल देव, मनोज शर्मा, अंकित चौहान, अमित कुमार, केरम सिंह, सोहन लाल, विष्णु चौधरी, आदि सैकड़ों शिक्षक उपस्थित रहे ।
संगठन की प्रमुख माँगें-
*👉1-* `अन्य विभागों की भांति ‘हाफ डे लीव अवकाश’ का दिया जाए।`
*👉2-* `राज्य कर्मचारियों की भांति 30 ई.एल. या महाविद्यालयों के शिक्षकों की भांति पी.एल. दिया जाए।`
*👉3-* `अन्य विभागों की भांति ‘प्रतिकर अवकाश’ प्रदान किया जाये।`
*👉4-*`मौसम की प्रतिकूलता व विभागीय कार्यक्रमों में प्रतिभाग हेतु बी.एस.ए. को ऑनलाइन उपस्थिति में शिथिलता का अधिकार दिया जाये।`
*👉5-* `सर्वर क्रैश होने पर वैकल्पिक व्यवस्था का स्पष्ट दिशा निर्देश जारी किया जाए।`
*👉6-* `भेदभाव पूर्णं व शोषणकारी ऑनलाइन उपस्थिति की व्यवस्था को समाप्त कर अन्य विभागों की भाँति ही उपस्थिति ली जाए।`